टीएचडीसी इंडिया ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में 1,400 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियोजना स्थापित करने की योजना की घोषणा की, जो घरेलू अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार करेगी। अपनी करोड़ों की निवेश योजना को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी ने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ एक समझौता भी किया है।टीएचडीसी इंडिया ने एक बयान में कहा कि उसने जशपुर जिले के डांगारी में 1,400 मेगावाट की पंप स्टोरेज आधारित पनबिजली परियोजना के विकास के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) और छत्तीसगढ़ सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
रायपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। टीएचडीसी इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आर के विश्नोई ने कहा, “पीएसपी (पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट) नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को संतुलित करने, ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित करने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह रणनीतिक साझेदारी राज्य में अक्षय ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, ग्रिड स्थिरता बढ़ाने और भारत के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण का समर्थन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डांगारी में प्रस्तावित पीएसपी रोजगार के हजारों अवसर पैदा करेगा और इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह परियोजना पानी पंप करने और पीक डिमांड के दौरान बिजली उत्पन्न करने के लिए ऑफ-पीक घंटों के दौरान अधिशेष बिजली का उपयोग करेगी, जिससे कुशल ऊर्जा उपयोग सुनिश्चित होगा। वर्तमान में, ऋषिकेश स्थित टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) की कुल स्थापित क्षमता 2,247 मेगावाट है जिसमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात और केरल में थर्मल और नवीकरणीय परियोजनाएं शामिल हैं। टीएचडीसी इंडिया सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी और उत्तर प्रदेश सरकार की 75:25 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली इकाई है।