दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को मातृ दिवस के अवसर पर माताओं और चिकित्सकों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें जीवन के दो स्तंभ बताया। मुख्यमंत्री गुप्ता ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, एक लड़ाई सीमा पर लड़ी जाती है, जिसका भार हमारे सैनिकों के कंधों पर होता है। लेकिन दूसरा युद्ध बुरी आदतों, अस्वस्थ परंपराओं और नकारात्मक सोच के रुप में समाज में व्याप्त है। हमें यह भी लड़ना है। गुप्ता ने हर नागरिक को एक राष्ट्रीय पूंजी की तरह देखने की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, अगर हमारे 140 करोड़ लोग अपने परिवार और देश के लिए ईमानदारी से काम करें, तो भारत निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने खासकर महिलाओं में मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य और संतुलित आहार को प्राथमिकता देने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा, ‘‘मोटापे की समस्या खत्म होनी चाहिए। महिलाएं आमतौर पर सबका ख्याल रखती हैं, लेकिन कोविड-19 के दौरान मैंने महसूस किया कि हमें खुद का ख्याल सबसे पहले रखना चाहिए। गुप्ता ने कहा, भगवान के बाद अगर किसी पर हमारा सबसे अधिक विश्वास होता है, तो वो हमारी मां और हमारे चिकित्सक होते हैं। एक हमें जीवन देता है और दूसरा उसे बचाता है। उन्होंने महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए दिल्ली सरकार द्वारा शहर भर के पार्क में ओपन जिम स्थापित किये जाने की पहल का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर जरूरत पड़ी तो हम और भी ओपन जिम लगवाएंगे। स्वस्थ भारत हमारा सपना है जिसकी नींव स्वस्थ परिवारों से शुरू होती है।